Dealership or Sub-Dealership
कैसे शुरू करे अपना पेंट्स का बिज़नेस ?
2025 में पेंट का बिज़नेस एक बहत अच्छा और तेजी से फैलने वाला बिज़नेस है, आज भारत के छूटे गाओं यह शहर हर जगह आपको पेंट का दुकान मिल जायेगा | पिछले 5 सालो में पेंट का बिज़नेस बहत तेजी से फैला है, 2020 में भारत में पेंट की खपत 5.5 मिलियन किलोलिटर था जो की 2025 में बढ़ कर 9 मिलियन किलोलिटर हो चूका है | 2020 में भारत में पेंट का कुल बाजार 65,000 करोड़ का था जो की 2025 में बढ़ कर 1,00,000 करोड़ हो चूका है , जिसमे Industrial पेंट की हिस्सेदारी 25% और Decorative पेंट की हिस्सेदारी 75% है | Decorative पेंट में Interior Paint, Exterior Paint, Wood & Metal Paint आदि आते है | Industrial पेंट में Automotive पेंट , Industrial सेक्टर में Use होने वाले हर एक पेंट आते है | 2030 तक पेंट इंडस्ट्री 1.85 लाख करोड़ होने की आशंका है और हर साल पेंट इंडस्ट्री 10-12% की बिद्धि की आशंका है , जो की पेंट बिज़नेस शुरू करने वालो के लिए बहत अच्छा खबर है | अगर आप पेंट बिज़नेस करने के लिए मन बना रहे हो तो आप के मन में एक ख्याल जरूर आया है की पेंट का बिज़नेस Dealership or Sub-Dealership लेके शुरू करे ? लगभग हर कंपनी Paint Dealership or Sub-Dealership दोनों तरीके से अपना डीलर बनाते है | कंपनी से Paint Dealership or Sub-Dealership लेने के फायदे और लुकसान दोनों है , अगर आप पेंट बिज़नेस शुरू करना चाहते हो तो आपको किस्से शुरुवात करनी सहिये इसी बारे में अपना 6 साल का पेंट बिज़नेस का एक्सपीरियंस से आपको कुछ फायदे और लुकसान बताऊंगा जिसके आधार पर आप एक सिद्धांत ले सकते हो की आपके लिए कोनसा लेना सही रहेगा |
- अगर आप किसी भी कंपनी का Dealership लेके अपना बिज़नेस शुरू करते हो तो कंपनी के तरफ से हर महीने TSO आपके शॉप पे विजिट करेंगे आपको कंपनी के स्कीम आदि आपको समझायेंगे प्रोडक्ट के बारे बिस्तार से बताएंगे मार्केटिंग में भी मदत करेंगे , पर अगर आप ने Sub-Dealership लेके अपना बिज़नेस शुरू किया तो आपको कंपनी के तरफ इतने मदत नहीं मिलेगा जितना एक कंपनी के Official Dealer को मिलता है |
- अगर अपने Sub-Dealership लेके पेंट का बिज़नेस शुरू किया तो आपको हमेशा प्रोडक्ट की कमी होगी , क्योकि जो Dealer रहेगा उस पर हमेशा प्रोडक्ट की स्टॉक नहीं रहेगा उस Dealer के पास जो भी रहेगा आपको ओहि प्रोडक्ट सेल करने पड़ेंगे , कंपनी के दौरा लंच किया होवा नया प्रोडक्ट आपको मिल भी सकता है और नहीं भी , क्योकि आप पूरी तरह से उस Dealer के ऊपर ही निर्भर हो |
- एक Sub-Dealer को कंपनी कभी भी Recognize नहीं करते है , कंपनी का काम बस इतना है मशीन को लगवाना और उसकी मरम्मत करना | पर एक Dealer को कंपनी हर प्रकार से मदत करता है |
- हर कंपनी के Official Dealer को एक समय पीरियड के लिए Line of Credit दिए जाते है, जिसमे 30 दिन से लेके 45 तक रहता है पर एक कंपनी के sub-Dealer को किसी भी प्रकार का Credit दिए नहीं जाते है |
- हर कंपनी के official Dealer को एक location allocated किया जाता है , जिस एरिया में वही Dealer कंपनी का प्रोडक्ट सेल कर पाते है , ओर उस dealer को एक खास प्राइस पर कंपनी प्रोडक्ट बेचता है | जिस एरिया पर किसी कंपनी का Official Dealer होता है उस एरिया के आस पास कंपनी का कोइए अलग dealer आसानी से दिए नहीं जाते है | पर Sub-Dealer में ऐसा नहीं होता है , कोइए भी एक Sub-Dealer आस पास और एक Sub-Dealer आसानी से ले सकता है , जिसमे कंपनी के तरफ से किसी भी प्रकार का रुकाबट नहीं होते है |
- किसी भी कंपनी का अगर आप Official Dealer होक अपना बिज़नेस शुरू करेंगे तो आपकी फ्यूचर ग्रोथ होने की आशा ज्यादा होते है , पर Sub-Dealer में आप एक सिमित मात्रा में ही ग्रोथ कर पाएंगे | जो भी मेने इस ब्लॉग पे लिखा है वह मेरे 6 साल का पेंट्स बिज़नेस करने का तजुर्बा के अनुसार ही लिखा है , मेने Sub-Dealer से अपना बिज़नेस शुरू करके आज में 3 कंपनी का Official Dealer होके काम कर रहा हो |